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इडली बनाने में प्लास्टिक शीट के इस्तेमाल मामले में एफ़एसएसएआई ने क्या कहा?

इडली बनाने के लिए साफ़ कपड़े की बजाय प्लास्टिक शीट्स का इस्तेमाल किए जाने के मामले को फ़ूड सेफ़्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटीज़ ऑफ़ इंडिया ने गंभीरता से लिया है.

सारांश

  • यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ लंदन पहुंच चुके हैं. यहां राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की मुलाक़ात ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टार्मर से होनी है.
  • दिल्ली में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के मक़सद से दिल्ली सरकार ने कुछ फ़ैसले लिए. यह जानकारी दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने दी.
  • आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 के तहत शनिवार को इंग्लैंड और साउथ अफ़्रीका के बीच मैच हुआ. साउथ अफ़्रीका ने इंग्लैंड को सात विकेट से हरा दिया.
  • केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में सुरक्षा हालात को लेकर शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की थी. यह जानकारी उन्होंने एक्स पर साझा की.

लाइव कवरेज

चंदन कुमार जजवाड़े और हिमांशु दुबे

  1. व्हाइट हाउस ने ज़ेलेंस्की को लेकर कहा- अमेरिकी लोग थक चुके हैं

    कैरोलिन लेविट

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    इमेज कैप्शन, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने कहा है कि अब समय बदल चुका है

    अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने कहा है कि अमेरिकी लोग यूक्रेन को पैसे देते हुए 'थक चुके हैं.'

    व्हाइट हाउस के बाहर पत्रकारों से बातचीत में लेविट ने कहा, "वो (यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की) इस युद्ध की व्यावहारिक हक़ीक़त को पहचानने से इनकार कर रहे हैं. यह युद्ध कई साल से चल रहा है, उनके देशवासी मर रहे हैं.

    लेविट ने कहा, "और जो लोग इस युद्ध के लिए आर्थिक मदद कर रहे हैं यानी अमेरिकी लोग, वे इस बिल का भुगतान करते करते थक चुके हैं."

    उन्होंने कहा कि ज़ेलेंस्की अब ख़ुद को साल 2022 में जब युद्ध शुरू हुआ था, उसकी तुलना में 'बहुत अलग हालात' में पाते हैं.

    उन्होंने कहा, "परिस्थितियां ज़ेलेंस्की के पक्ष में नहीं हैं, राष्ट्रपति ट्रंप के पक्ष में हैं. ट्रंप की प्राथमिकताएँ पिछले अमेरिकी प्रशासन से अलग हैं और वो युद्ध का अंत चाहते हैं. लेकिन ऐसा नहीं लगता कि ज़ेलेंस्की अभी ऐसा चाहते हैं."

    ज़ेलेंस्की और ट्रंप

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    इमेज कैप्शन, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी जनता यूक्रेन को पैसे देते-देते थक चुकी है

    इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के बीच शुक्रवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफ़िस में हुई मुलाक़ात तीखी बहस में तब्दील हो गई.

    इस बहस पर दुनियाभर के नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है. इस मामले में अमेरिका में विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के कई नेताओं ने राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस पर 'ग़लत व्यवहार' का आरोप भी लगाया है.

  2. उत्तराखंड: चमोली में हिमस्खलन के बाद फंसे 14 अन्य मज़दूर भी सुरक्षित बचाए गए

    राहत कार्य

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    इमेज कैप्शन, उत्तराखंड में बद्रीनाथ के पास ग्लेशियर टूटने की वजह से फंसे 14 अन्य मज़दूरों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है

    उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया है कि बद्रीनाथ के पास ग्लेशियर टूटने की वजह से फंसे 14 अन्य मज़दूरों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.

    उन्होंने एक्स पर लिखा है, "माणा के निकट हुए हिमस्खलन में फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव अभियान के क्रम में 14 अन्य श्रमिकों को भी सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. बाहर निकाले गए श्रमिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं."

    "गंभीर रूप से घायल 3 श्रमिकों को आर्मी चिकित्सालय, ज्योतिर्मठ में इलाज के लिए भेजा गया है. अभी तक कुल 47 श्रमिकों का सफल रेस्क्यू किया जा चुका है. फंसे हुए अन्य श्रमिकों को भी जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकालने के लिए काम जारी है."

    इससे पहले उत्तराखंड के राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार ने बताया कि चमोली ज़िले में बद्रीनाथ के पास ग्लेशियर टूटने से बर्फ़ में फंसे मज़दूरों को निकालने का प्रयास फिर से शुरू कर दिया गया है.

    उन्होंने कहा,, "22 लोगों के लिए राहत और बचाव का काम चल रहा है. इसके लिए हमारे चार हेलिकॉप्टर काम में लगे हैं, ज़रूरत पड़ेगी तो इसकी और अधिक सेवाएं ली जाएंगी. अभी जोशीमठ में मौसम खुल रहा है, वहां हम माणा के पास हेलिपैड तैयार कर रहे हैं, हमारा हेलिपैड बर्फ़ से दब गया है."

    "रात में लगातार बर्फ़बारी के की वजह से राहत और बचाव का काम रोका गया था. हम उम्मीद करते हैं कि आज इसमें तेज़ी आएगी और अच्छे नतीजे सामने आएंगे."

    विनोद कुमार ने बताया है कि राहत और बचाव के काम में सेना, आईटीबीपी, बीआरओ, एनडीआरएफ़, एसडीआरएफ़, हेल्थ डिपार्टमेंट, ज़िला प्रशासन, पुलिस सभी मिलकर लगे हुए हैं.

  3. ज़ेलेंस्की से बहस पर डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद ने ट्रंप और वेंस से की ये मांग

    मेडेलिन डीन

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    इमेज कैप्शन, मेडेलिन डीन पिछले साल यूक्रेन की यात्रा पर गई थीं. उन्होंने इस विवाद पर यूक्रेन का पक्ष लिया है.

    यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से बहस पर अमेरिका के पेंसिल्वेनिया की डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद मेडेलिन डीन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से 'अपमानजनक व्यवहार' के लिए माफ़ी मांगने को कहा है.

    मेडेलिन डीन ने बीबीसी के कार्यक्रम 'द वर्ल्ड टूनाइट' में कहा, "उन्होंने सातवीं क्लास के बदमाश बच्चों की तरह व्यावहार किया."

    मेडेलिन डीन ने इस विवाद को बढ़ाने का आरोप जेडी वेंस पर लगाया.

    डीन ने पिछले साल यूक्रेन का दौरा भी किया था.

    डीन ने कहा, "मैंने ज़ेलेंस्की और उनके साथ काम करने वाले सभी लोगों, ज़मीनी स्तर पर मौजूद जनरलों और आम सैनिकों से यही सुना है, 'धन्यवाद, धन्यवाद, धन्यवाद, धन्यवाद, हम आप पर निर्भर हैं'."

    वहीं अमेरिकी कांग्रेस की पूर्व स्पीकर नैंसी पेलोसी ने व्हाइट हाउस में हुई घटना को "शर्मनाक व्यवहार" बताया है.

    पेलोसी ने एक्स पर लिखा, "यूक्रेन के निर्वाचित नेता को राष्ट्रपति कार्यालय में बुलाना और उनके साथ सम्मानजनक तरीके से बातचीत करना अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए अपनी शक्ति प्रदर्शन होता. लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप के शर्मनाक व्यावहार की वजह से आप यह कभी नहीं जान पाएंगे. पुतिन इस घटना से बहुत खुश होंगे."

  4. ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच हुए विवाद का नेटो पर क्या असर पड़ सकता है?, जेरेमी बोवेन, अंतरराष्ट्रीय संपादक, बीबीसी न्यूज़

    ट्रंप और ज़ेलेंस्की

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    इमेज कैप्शन, शुक्रवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच बातचीत बहस और हंगामे में बदल गई

    अमेरिका और यूक्रेन के बीच जिस रिश्ते को जो बाइडन ने अमेरिका के राष्ट्रपति रहते हुए मज़बूत किया था, वह अब खंड-खंड हो चुका है.

    अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय में राष्ट्रपति ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के बाच तीखी बहस से पहले ही दोनों नेताओं के रिश्ते काफ़ी बुरे रहे हैं.

    राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले ही यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को एक तानाशाह कह चुके हैं और यह भी कह चुके हैं कि यूक्रेन ने ही रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू किया था, जो कि ग़लत है.

    अब राष्ट्रपति भवन में हुई सार्वजनिक घटना भी नेटो के यूरोपीय देशों और अमेरिका के बाच एक बड़े संकट की तरफ संकेत कर रहा है.

    अब यूक्रेन के बाहर यूरोपीय सुरक्षा को लेकर अमेरिकी प्रतिबद्धता के बारे में और भी कई संदेह और सवाल खड़े होंगे.

    सबसे बड़ी बात यह है अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने जिस तरह से 1949 में नेटो सहयोगी पर हमले को अमेरिका पर हमले के रूप में लेने का वादा किया था. क्या ट्रंप उस वादे को निभा पाएंगे?

    यह चिंता ट्रंप के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अच्छे रिश्ते बनाने के मज़बूत इरादों की वजह से खड़ी हुई है.

    ट्रंप ने यूक्रेन पर भारी दबाव डाला है जबकि पुतिन को बड़ी छूट का प्रस्ताव दिया है, जो यूक्रेन के लोगों को चुकाना होगा.

    जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इस तरह की छूट देने से इनकार कर दिया है और इससे ट्रंप को आक्रोशित किया है.

    न केवल खनिज समझौता जिस पर ज़ेलेंस्की ने हस्ताक्षर करने से मना किया है बल्कि यूक्रेन के लोगों का मानना है कि वो अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं और पुतिन को रोका नहीं गया तो वो युद्ध को समाप्त करने के किसी भी वादे को तोड़ सकते हैं.

    इसलिए ज़ेलेंस्की बार बार अमेरिका से सुरक्षा की गारंटी की मांग कर रहे हैं.

    व्हाइट हाउस में ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच बातचीत उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के दख़ल के बाद हंगामे में बदल गई.

    अब आशंका है कि यह सार्वजनिक विवाद, एक राजनयिक विशेषज्ञ के शब्दों में - एक सुनियोजित राजनीतिक प्रयास था. इसका मक़सद या तो ज़ेलेंस्की को अमेरिका के इशारे पर चलने के लिए मजबूर करना था. या ऐसे संकट को बढ़ावा देना जिससे आगे कुछ भी हो उसके लिए ज़ेलेंस्की को दोषी ठहराया जा सके.

    अगर ट्रंप यूक्रेन को सैन्य मदद रोक कर बातचीत तोड़ देते हैं, तो भी यूक्रेन लड़ता रहेगा.

    सवाल यह है कि यह कितने असरदार तरीके से और कितने समय तक चल सकेगा. अब नेटो के यूरोपीय सहयोगियों पर यह दबाव दोगुना हो जाएगा कि वो यूक्रेन के लिए अमेरिका की कमी को पूरा करें.

  5. ज़ेलेंस्की से व्हाइट हाउस में उनके कपड़ों को लेकर क्या पूछा गया, उन्होंने क्या दिया जवाब?

    ज़ेलेंस्की

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    इमेज कैप्शन, यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से व्हाइट हाउस में उनके कपड़े पर भी सवाल पूछा गया

    अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय में तीखी बहस शुरू होने के ठीक पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से एक पत्रकार ने सवाल किया कि वो कॉम्बेट गियर (सैनिकों के साज़ो-सामान और कपड़े) पहनना क्यों पसंद करते हैं?

    उनसे पूछा गया, "आप सूट क्यों नहीं पहनते हैं? क्या आपके पास सूट है? कई अमेरिकियों को आपसे शिकायत है कि आप राष्ट्रपति कार्यालय की गरिमा का सम्मान नहीं कर रहे हैं."

    इस सवाल पर ज़ेलेंस्की ने कहा, "मैं ऐसे कपड़े युद्ध समाप्त होने के बाद पहनूंगा. शायद आपकी तरह कुछ, शायद कुछ बेहतर कपड़े, शायद कुछ सस्ते कपड़े."

    ज़ेलेंस्की से यह सवाल दक्षिणपंथी मीडिया नेटवर्क रियल अमेरिकाज़ वॉयस के राष्ट्रपति भवन के चीफ़ कॉरेस्पोंडेंट ब्रायन ग्लेन ने पूछा.

    ज़ेलेंस्की आमतौर पर यूक्रेन के एक ख़ास प्रतीक वाला स्वेटशर्ट पहनते हैं. यहां तक कि दुनिया के प्रमुख नेताओं के साथ मीटिंग में भी वो ऐसे ही कपड़े में नज़र आते हैं.

  6. जस्टिन ट्रूडो ने किया यूक्रेन का समर्थन, कहा- उनकी लड़ाई लोकतंत्र के लिए है

    ट्रूडो, ज़ेलेंस्की

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    इमेज कैप्शन, कनाडा ने रूस-यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर यूक्रेन का समर्थन जारी रखा है (फ़ाइल फ़ोटो)

    कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि रूस ने अवैध और अनुचित तरीके से यूक्रेन पर आक्रमण किया है.

    ट्रूडो ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है, "तीन साल से यूक्रेन साहस और जवाबी कार्रवाई के साथ मुकाबला कर रहा है. उनकी लड़ाई लोकतंत्र, आज़ादी और संप्रभुता के लिए है, यह एक ऐसी लड़ाई है जो सबके लिए मायने रखती है."

    ट्रूडो ने कहा है कि कनाडा यूक्रेन को अपना समर्थन जारी रखेगा.

    इससे पहले शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की अमेरिका की यात्रा पर थे, जहां रूस-यूक्रेन युद्ध और शांति समझौते के मुद्दे पर उनके और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच तीखी बहस हुई है.

    इस मुद्दे पर दुनियाभर के देशों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है.

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